सबसे बडा सवाल है की धर्म क्या है -
परलौकिक शक्ति में विश्वास और इसके साथ उससे जुडे रीति-रिवाज, परम्परा, पूजा पद्धति और दर्शन का समूह है जिसे हम धर्म कहते है।
वास्तव में धर्म संप्रदाय नहीं है। नैतिक मूल्यों का आचरण ही धर्म है। धर्म वह पवित्र अनुष्ठान है जिससे चेतना का शुद्धिकरण होता है। धर्म व तत्व है जिसके आचरण से व्यक्ति अपने जीवन को चरितार्थ कर पाता है। यह मनुष्य में मानवीय गुणों के विकास की प्रभावना है।
मध्ययुग में विकसित धर्म के परम्परागत स्वरुप एवं धारणाओं के प्रति आज व्यक्तियों में आस्था कम होती जा रही है।
परलौकिक शक्ति में विश्वास और इसके साथ उससे जुडे रीति-रिवाज, परम्परा, पूजा पद्धति और दर्शन का समूह है जिसे हम धर्म कहते है।
वास्तव में धर्म संप्रदाय नहीं है। नैतिक मूल्यों का आचरण ही धर्म है। धर्म वह पवित्र अनुष्ठान है जिससे चेतना का शुद्धिकरण होता है। धर्म व तत्व है जिसके आचरण से व्यक्ति अपने जीवन को चरितार्थ कर पाता है। यह मनुष्य में मानवीय गुणों के विकास की प्रभावना है।
मध्ययुग में विकसित धर्म के परम्परागत स्वरुप एवं धारणाओं के प्रति आज व्यक्तियों में आस्था कम होती जा रही है।
विश्व के प्रमुख धर्म |
यह हिन्दू धर्म जागृति के लिए है।
धर्म व आध्यात्म
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1
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2
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- बौद्ध धर्म (हिन्दु धर्म कि शाखा)
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3
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सिख धर्म (हिन्दु धर्म कि शाखा)
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4
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जैन धर्म (हिन्दु धर्म कि शाखा)
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5
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6
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ईसाई धर्म
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7
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पारसी धर्म
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8
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