9/11 का हमला अमेरिका की साजिश - षडयंत्र था ।।
11 सितंबर का दिन दुनिया को हमेशा याद रहेगा क्योंकि उस दिन दुनिया में सबसे बडी आतंकी घटना हुई थी।
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन पर आतंकी हमला किया गया था हमले में 2983 लोग मारे गए थे। आैर इसके पिछे अल-कायदा प्रमुख अोसामा- बिन- लादेन का हाथ बतलाया गया था।
9/11 को अमेरिका मे हुए हमले का पोस्टमार्टम - जिससे आप को पता चलेगा की यह सब अमेरिका की चाल थी।।
* 4000 यहूदियों ने उस दिन छुटटी ले रखी थी क्यों ? जबकी उस दिन यहूदियों का कोई भी त्यौहार नहीं था।। क्या यहूदियों को पहले से ही पता था ?
* हमले के लिए चार प्लेन हाइजैक किए गए थे, जिसमें से दो वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर और एक पेंटागन पर गिराया गया , जबकि चौथा शेंकविले में खाली मैदान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। रक्षा विभाग का कहना था कि इसका निशाना व्हाइट हाउस था।
विशेषज्ञ कहते हैं कि इसका निशाना सच में राष्ट्रपति भवन था, तो फिर सिर्फ यही निशाने पर क्यों नहीं लगा ? जबकि हाईजैकर अनुभवी थे।।
* हमले के तुरंत बाद ओसामा ने इन हमलों में अपना हाथ होने से साफ-साफ इनकार कर दिया था। जबकी जग-जाहिर है की एेसी आंतकी धटना के बाद ये लोग खुद अपना हाथ होने की धोषणा करते रहे है।।
लेकिन क्यों अचानक ऐसे वीडियो की बाढ़-सी आ गई थी जिसमें वह अमेरिका को इसी तरह के और हमले करने की चेतावनी देता था। सच्चाई यह की सभी वीडियो फर्जी थे ?
* नो- प्लेन - थ्योरी को मानने वाले कई विशेषज्ञों का कहना था कि टि्वन्स टावर को प्लेन से उड़ा देना लगभग नामुमकिन था। उनका मानना था कि जिस तरह के स्टील का इस्तेमाल वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में किया गया है उसे भेदना मुश्किल काम था जानकार मानते हैं कि हमले के जितने वीडियो दिखाए जाते हैं वो सब एडिट किए गए हैं।
अगर आप फ्रेम-दर-फ्रेम देखें तो आपको पता चलेगा कि असल में आप जिसे प्लेन समझ रहे थे वो वास्तव में मिसाइल थे।
दरअसल वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का गिरना उसके स्ट्रक्चर का ढहना था।
* एयरलाइन से जुड़े जानकार कहते हैं कि प्लेन में बैठे यात्रियों ने अपने घर फोन कर प्लेन के हाईजैक होने की बात कही ,
जबकि इतनी ऊंचाई पर फोन नेटवर्क मिलना असंभव है।
* 17 देशों के ग्लोबल सर्वे में अमेरिकी हमले को लेकर लोगों की राय मांगी गई जिसके नतीजे चौंकाने वाले थे।
कई देशों ने अमेरिका का हाथ माना है।
अमेरिका ने खुद अपने ऊपर यह हमले क्यों करवाए क्या कारण था _
ताकि वो बाकी दुनिया में अपनी पहुंच यानी गुण्डागर्दी को फिर से कायम कर सके।
- अपने ऊपर हमले करवा कर उसे अफगानिस्तान में हमला करने का बहाना चाहिए था।
- मध्य-पूर्व में कमजोर पड़ चुकी ताकत को उसने इराक पर हमले करके मजबूत किया वो भी सिर्फ जैव हथियारों का बहाना बनाकर।
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