99 प्रतिशत तक हार्ट ब्लाकेज को शर्तिया सही कर सकता है यह काढा अजमाके देखे -
पीपल के 15 पत्ते लेवे पत्ते भली प्रकार से विकसित होने चाहिये।
पत्ते के ऊपर व नीचे का कुछ भाग कैंची से काटकर अलग कर दें। पत्ते को अच्छी तरह से पानी से साफ कर ले इसके बाद -
काढा बनाने की विधि -
पीतल के बर्तन में एक गिलास पानी डाल कर उसमें पत्तों को डाल दे।
इनको धीमी आंच पर पकने दे संभव हो तो अंगीठी में कच्चे कोयले पर पकाये।
जब पानी उबलकर एक तिहाई रह जाए उसको उतार लेवे।
ठंडा होने के बाद उसे साफ बारीक कपडे से छान ले
पानी को ठंडे स्थान पर रख दे।
आप की दवा तैयार है -
लेने की विधि -
- काढे का सेवन 15 दिन तक करना है किसी भी सूरत में एक दिन कि चूक नहीं होनी चाहिये एंव समय की चूक नहीं होनी चाहिये।
- इस काढे का सेवन प्रात:काल करना है।
- इस काढे की तीन खुराक बनाकार प्रत्येक तीन धंटे बाद " सवेरे 8 बजे, 11 बजे व 2 बजे " ले।
- खुराक लेने से पहले पेट एक दम खाली नहीं होना चाहिए, हल्का नाश्ता करने के बाद ही लें।
- प्रयोगकाल में तली चीजें, चावल आदि न लें। मांस, मछली, अंडे, शराब, धूम्रपान का प्रयोग बंद कर दें। नमक, चिकनाई का प्रयोग बंद कर दें।
भगवान ने दिल के आकार का पत्ता क्यों बनाया समझ में आया। पीपल के पत्ते में दिल को बल और शांति देने की अद्भुत क्षमता है।
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