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28 November 2015

अचलेश्वर महादेव - दिन मे तीन बार रंग बदलने वाला शिवलिंग

राजस्थान के धौलपुर जिले में स्थित अचलेश्वर महादेव मन्दिर, यह धौलपुर जिला राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है।  यह इलाका चम्बल के बीहड़ों के लिये प्रसिद्ध है।  इन्ही दुर्गम बीहड़ो के अंदर मौजुद है, भगवान अचलेश्वर महादेव का मन्दिर।  इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है यहाँ स्थित शिवलिंग जो कि दिन मे तीन बार रंग बदलता है।

सुबह  शिवलिंग का रंग लाल , दोपहर को केसरिया और शाम को सांवला हो जाता है।  

ऐसा क्यों होता है इसका किसी के पास जवाब नहीं है।  भगवान अचलेश्वर महादेव का यह मन्दिर हज़ारों साल पुराना है। चुकी यह मंदिर बीहड़ों मे स्थित है और यहाँ तक पहुचने क रास्ता बहुत ही पथरीला और उबड-खाबड़ है इसलिए पहले यहाँ बहुत हि कम लोग पंहुचते थे परन्तु जैसे-जैसे भगवान के चमत्कार कि खबरे लोगो तक पहुची यहा पर भक्तों कि भीड ज़ुटने  लगी।


इस शिवलिंग कि एक और अनोखी बात यह है कि इस शिवलिंग के छोर का आज तक पता नहीं चला है।  

कहते है बहुत समय पहले भक्तों ने यह जानने के लिए कि यह शिवलिंग ज़मीं मे कितना गड़ा है, इसकि खूदाई करी, पर क़ाफी गहराई तक खोदने के बाद भि उन्हे इसके छोर का पता नहि चला।  अंत में उन्होंने इसे भग्वान का चमत्कार मानते हुए खुदाई बन्द कर दी।


भक्तों का मानना है कि भगवान अचलेश्वर महादेव सभी कि मनोकामना पूरी करते है खास तौर पर यदि कुंवारे लड़के-लड़कियां यहा पर आकर अपनी शादी कि मुराद माँगते है तो वो अति-शीघ्र पूरी होती है।

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