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20 July 2015

मोती लाल नेहरु की धर्म पत्नी और चार अन्य अवैध पत्निया आैर उनकी संताने

क्या आप जानते हैं मोती लाल नेहरु की एक धर्म पत्नी और चार अन्य अवैध पत्नियाँ थीं  |
जानिए उनकी  धर्म पत्नी और चार अन्य अवैध पत्नियाँ  एंव उनकी अवैध संतानों के बारे में -

(1)  स्वरुप कुमारी बक्शी :- (विवाहिता पत्नी)      की  दो संतानें 
     1.   श्रीमती कृष्णा  w/o  श्री जय सुख लाल हाथी  (पूर्व राज्यपाल ) 
     2.* श्रीमती विजय लक्ष्मी पंडित  w/o  श्री आर.एस.पंडित  (पूर्व. राजदूत रूस),

(2)  थुस्सू रहमान बाई :-     से  दो संताने
     1.  जवाहरलाल नेहरु ( हिन्दुस्तान  का प्रधानमंत्री )
     2.  शैयद हुसैन 
( अपने मालिक मुबारक अली से पैदा हुए थे | मालिक को निपटा दिया उसके बाद उसकी धन संपत्ति और बीबी बच्चे हथिया लिए थे )

(3) मंजरी :- से एक संतान
    1. मेहर अली सोख्ता  (आर्य समाजी नेता)

(4) ईरान की वेश्या :- से एक संतान
    1. मुहम्मद अली जिन्ना  ( पाकिस्तान का प्रधानमंत्री )

(5) नौकरानी (रसोइया) :- से एक संतान
   1. शेख अब्दुल्ला (कश्मीर का मुख्यमंत्री )

विजय लक्ष्मी पंडित  पुत्री  स्वरुप कुमारी बक्शी  आैर  w/o श्री आर.एस.पंडित (पूर्व. राजदूत रूस) :- 

पहले विजय लक्ष्मी पंडित ने अपने आधे भाई शैयद हुसैन पुत्री थुस्सू रहमान बाई से शारीरिक सम्बन्ध स्थापित किये थे जिससे संतान हुई  " चंद्रलेखा "  जिसको श्री आर.एस.पंडित ने अपनी बेटी के रूप में स्वीकार किया |

शैयद हुसैन  पुत्र  थुस्सू रहमान बाई

जिसको इन्होने मुबारिक की मौत के बाद अपना लिया था |

जवाहर लाल नेहरु  ने  कमला कोल  को कभी अपनी पत्नी नहीं माना था और सुहागरात भी नहीं मनाई थी | कमला कश्मीरी पंडित थी यह जवाहर को एकदम पसंद नहीं थी, 
वैसे वो सिर्फ मुल्ले या अँग्रेज़ को ही ऊँची Race का घोडा मानते थे | 

कमला  की जिंदगी एक दासी के जैसी थी जिस अबला नारी को  मंजूर अली  ने ही हाथ थाम लिया था |

इसी करण  नेहरु  को इंदिरा जरा भी नही सुहाती थी |  अब जब क़ानूनी तौर पर इंदिरा ही उसकी बेटी थी इसलिए न चाहते हुए भी उसको इंदिरा को आगे बढ़ाना पड़ा हलाकि उसके जीते जी इंदिरा कोई खेल नहीं कर पायी थी |

शास्त्री जी इसकी बातों में आकर ताशकंत चले गए थे पाकिस्तान से समझौता करने। 

वहाँ इंदिरा ने याह्या खान की मदद से शास्त्री जी को जहर दिलवा कर मरवा डाला था और बताया की मौत ह्रदय की गति रुकने से हो गए |

कोई पोस्टमार्टम नहीं ,  कोई रिपोर्ट नहीं.   यही से इनकी मक्कारी का पता चलता है।
इंदिरा ने मौका पाते ही झट से कुर्सी हड़प ली थी |  जग जानता है इस बात को ।।।

 इंदिरा उर्फ प्रियदर्शिनी नेहरु  उर्फ़  मैमूना बेगम  उर्फ़   इंदिरा खान w/o श्री फिरोज जहाँगीर खान  की दो संताने क्रमंश :
1.  राजीव   पिता   फ़िरोज़ जहाँगीर खान
2.  संजीव उर्फ संजय   पिता  मोहम्मद युनुस  
" ब्रिटेन के अन्दर कार चोरी के केस में पकड़ा गया और इसका पासपोर्ट जब्त कर दिया गया। इंदिरा गांधी के निर्देश पर, तत्कालीन भारतीय ब्रिटेन के राजदूत कृष्णा मेनन ने वहां प्रभाव का दुरुपयोग करके , संजीव गाँधी का नाम बदलकर संजय कर दिया और एक नया पासपोर्ट जारी कार दिया! इस प्रकार संजीव गाँधी से संजय गाँधी के नाम से जाना जाने लगा! "

भारत जवाहरलाल के लिए
पाकिस्तान जिन्ना के लिए
आैर 
नौकरानी की आैलाद शेख अब्दुल्ला के लिए कशमीर।।
धारा 370 लगा कर उसे शक्तिशाली बना दिया आैर हिन्दुस्तान का सर दर्द बना दिया।।

इस व्यक्ति ने संविधान में भारत देट इज इण्डिया बना दिया हिन्दुस्तान का नामो निशान मिटाने का प्रयास किया।
सोचे  

सिर्फ प्रचार कर के इस परिवार ने अपनी इज्जत बनाई।। 
इतिहास को हमेशा छुपाया परन्तु सच्चाई कही छुपती नहीं है।। 

साभार - जॉन मथाई की आत्मकथा से (जवाहरलाल नेहरु के व्यक्तिगत सचिव )



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