tag:blogger.com,1999:blog-64864619558947121062024-02-08T10:00:13.167+05:30 नमस्कार, हमारा हिन्दुस्तान हमारा इतिहास हमारे विचार ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.comBlogger175125tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-16379100299463494922018-09-01T17:32:00.001+05:302018-09-01T17:32:53.332+05:30आत्माओं से बात करने के सरल तरीके
आत्माओं के होने या नहीं होने के बारे में सदियों से विवाद जारी है। अधिकतर उनका अस्तित्व मानते हैं और कुछ नहीं मानते। इसी तरह प्राचीन सभ्यताओं के काल से ही आत्माओं को बुला कर उनके माध्यम से अपने जीवन की समस्याओं के हल का प्रचलन रहा है।
अच्छी और बुरी दोनों तरह की आत्माएं होती हैं। अच्छी आत्मा अच्छा करती है तो बुरी आत्माओं से व्यक्ति छुटकारा पाना चाहता है। कुछ लोग भूत-प्रेत से ग्रस्त रहते ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-52404955782513430422018-06-26T10:43:00.001+05:302018-06-26T10:43:56.236+05:30महामृत्युंजय मंत्र आैर मंत्र की प्रमुख जानकारी
महामृत्युंजय मंत्र "मृत्यु को जीतने वाला महान मंत्र है" जिसे त्रयंबकम मंत्र भी कहा जाता है, यजुर्वेद के रूद्र अध्याय में, भगवान शिव की स्तुति हेतु की गयी वंदना है।
महामृत्युंजय मंत्र के 33 अक्षर है। जो महर्षि वशिष्ठ के अनुसार 33 देवतआें के प्रतिक है उन तैतीस देवता में 8 वसु, 11 रुद्र, 12 आदित्य 1 प्रजापित व 1 षटकार है इन तैतीस कोटि "प्रकार" देवताआें की सम्पूर्ण शक्तियां महामृत्युंजयravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-91512343565995062212018-04-14T13:32:00.001+05:302018-04-14T13:34:46.719+05:30गांधी को राष्ट्र-पिता बोलना क्या हमारे राष्ट्र का अपमान नहीं है ?
पिता का अर्थ होता है -
जन्मदाता, किसी भी शख्स के वजूद की पहचान, पालनहार !
देश में जन्मा हर व्यक्ति देश को अपनी मां मानता है और राष्ट्र देश से प्रेम रखने वाला हर व्यक्ति भारत माता की जय के नारे लगाता है।
भारत देश लाखों साल पहले से ही मौजुद है। दुष्यंत के पुत्र भरत के नाम से देश का नाम भारत हुआ।
भारत में जन्मे हर व्यक्ति की भारत मां है तो थोडे ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-75777469354437192422017-06-13T13:25:00.002+05:302017-06-13T13:25:57.278+05:30जम्मू-कश्मीर में अपना राजनीतिक अस्तित्व बनाए रखने के लिए अब्दुल्ला परिवार किसी भी हद तक जा सकता है। देश के नेताआें ने क्या किया
अब्दुल्ला परिवार चुनाव जीतने के लिए अच्छी तरह जानता था कि ऐसा यह तभी संभव हो सकता है, जब आतंकियों की भाषा में बात की जाए। इसके लिए ..
नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया अपना और अपनी पार्टी का रुख स्पष्ट करने में जुट गए जिसके साक्ष्य -
पिता-पुत्र मतदान से चार दिन पहले चुनाव प्रचार के दौरान श्रीनगर के गली-कूचों में घोषणा कर रहे थे कि पत्थर फेंकने वाले अपने वतन कश्मीर के लिए प्राण न्योछावर करravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-21277000598993321002017-06-12T17:26:00.000+05:302017-06-12T17:26:47.019+05:30एडोल्फ हिटलर कौन थे, क्या वास्तव में हिटलर हत्यारा था ?
सवाल उठता है कि -
बचपन से हम आैर आप हिटलर को खुनी और हत्यारा मान रहे है क्यों ? क्यों की हमने आैर आपने किताबो में पढ़ा है। हमने जो इतिहास पढ़ा उसके लिखने वाले सब अंग्रेज ही थे, सो जो भी पढ़ाया वो हमने पढा उसे ही सच मान लिया।
हिटलर ने किस की हत्याएं की थी ? आपको बतला दे कि हिटलर ने सिर्फ यहूदियों को मारा था, यहूदी उस समय अत्याचारी और हत्यारे थे।ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-48474941910831918502017-06-12T17:24:00.000+05:302017-06-12T17:24:48.667+05:30कैसे कहु वो भारत देश है मेरा या सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्ता हमारा
’’ जहां डाल-डाल पर सोने की चिडिया करती है बसेरा
जहां सत्य , अहिंसा और धर्म का पग-पग लगता डेरा
जहां आसमा से बाते करते मंदिर और शिवाले
जहा किसी नगर में किसी द्वारा पर कोई न ताला डाले
प्रेम की बंसी जहां बजाता हे ये शाम सवेरा
’’ वो भारत देश है मेरा ’’
परन्तु ....... आज कैसे कहु सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्ता हमारा -
’वीराना कर दिया मेरे देश के गदारों ने इस चमन कोकैसे रक्षा ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-48677077485755670252017-05-01T13:08:00.001+05:302017-05-01T13:08:06.497+05:30अहिंसा क्या है, उसका सच्चा अर्थ क्या है हमारे ग्रंथो में अंहिसा के बारे में क्या बतलाया है
कभी कभी मै सोचता था कि ” हिन्दु “सनातन धर्म इतना महान और शक्तीशाली था कि पूरे विश्व में उसका डंका बजता था फिर क्या हुआ कि सनातन धर्म ” हिन्दु “ का इतना पतन (नुकसान या हानि ) हो गया क्या कारण था ?
” अंहिसा परमो धर्मः ” श्लोक का प्रचार-प्रसार किया और इस अधूरे श्लोक ने सनातन धर्म ” हिन्दु ” का ” सत्यानाश ” कर डाला। अधूरे श्लोक का परिणाम ये निकला कि ” हिन्दुओं “ने अपने शस्त्र ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-40548425469900853652017-04-28T16:09:00.004+05:302017-04-28T16:09:46.033+05:30शास्त्रों में " वर्ण " शब्द तो है लेकिन " जाति " नहीं ! महत्वपूर्ण जानकारी
हिन्दुस्तान में ऋषियों द्वारा लिखे गए धर्म शास्त्रों में समाज को ब्राह्राण , क्षत्रिय , वैशय , शुद्र वर्णो में विभाजित किया।
वर्ण का अर्थ क्या है -
वर्ण व्यवस्था "हिन्दू धर्म" में प्राचीन काल से चले आ रहे समाजिक गठन का अंग है, जिसमें विभिन्न लोगों के आध्यात्मिक विवेक के आधार पर काम निर्धारित होता था।
वर्ण शब्द ‘वृज’ वरणे से निष्पन्न होता है, जिसका अर्थ है वरण अथवा चुनाव करना। ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-2702956153365021062017-04-28T16:05:00.000+05:302017-06-10T09:00:03.547+05:30कौन था मैकाले ? उसका उद्देश्य और विचार क्या थे ?
मैकाले का पूरा नाम ‘थोमस बैबिंगटन मैकाले’ था। वह एक ब्रिटिश देशभक्त.....इसलिए इसे लार्ड की उपाधि मिली थी और इसे लार्ड मैकाले कहा जाने लगा। इसके एक ब्रिटिश संसद को दिए गए प्रारूप का वर्णन करना उचित समझूंगा जो इसने भारत पर कब्ज़ा बनाये रखने के लिए दिया था ...२ फ़रवरी १८३५ को ब्रिटेन की संसद में मैकाले की भारत के प्रति विचार और योजना मैकाले के शब्दों में,....,
"मैं भारत में काफी ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-1454256296011584832017-02-18T13:14:00.001+05:302017-02-19T11:47:56.787+05:30 केन्द्रीय सूचना आयोग का आदेश - विचार रोके नहीं जा सकते !
नाथूराम गोडसे के कोर्ट में दिए गए बयान सार्वजनकि हो - यह आदेश केन्द्रीय सूचना आयोग के सूचना आयुक्त श्रीधर आचार्युलु ने आर.टी.आई याचिका पर सुनवाई करते हुए दिए।
राष्टीय अभिलखागार भारत " National Archives of India आवेदक को गांधी मर्डर केस की चार्जशीट आैर गोडसे के बयानों की प्रमाणित प्रति 20 दिनों में देने को कहा है।
श्रीधर ने कहा कोई गोडसे आैर सह-आरोपी से इत्तेफाक भले न रखे, लेकिन ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-69299552484290536912017-02-18T10:22:00.001+05:302017-02-18T10:22:07.694+05:30कैसे करें बैंक के खिलाफ शिकायत ?
बैंक में शिकायत तीन तरीकों से की जा सकती है।
शिकायत सेल के ज़रिए- हर बैक में एक शिकायत सेल (grievances cell) होता है। आप इस सेल में जाकर अफसरों के सामने अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
टोल फ्री नंबर पर शिकायत- आप अपने बैंक के टॉल फ्री नंबर पर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। ज़्यादातर राष्ट्रीयकृत बैंकों के पास अपने टॉल फ्री नंबर हैं। शिकायत दर्ज़ कराने के बाद शिकायत का नंबर (कंप्लेन्ट नंबर) ज़रूरravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-46737651756921329082016-12-15T12:22:00.002+05:302016-12-15T12:22:33.116+05:30भारतीय रुपये में गांधी की मुस्कराती तस्वीर की उत्पति कैसे हुई व कहा से आई !!
भारतीय रुपय की पहचान उसके रंग राष्टीय चिन्ह व गांधी की तरस्वीर आर.बी.आई गवर्नर के हस्ताक्षर से होती है लेकिन
एक आम आदमी भारतीय रुपये की पहचान कैसे करता है ?
वह गांधी की तस्वीर को देख पहचान करता है की यह भारतीय रुपया है।
कांग्रेस ने गांधी को चर्चीत करने के लिए यह गांधी की तस्वीर छापी थी जो आज हर भारतीय के दिलों दिमाग पर छप गई है।
परन्तु क्या आपको पता है कि -
गांधी की इस ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-42991860265295237952016-11-14T12:42:00.003+05:302016-11-14T12:45:35.806+05:30 यह कोई साजिश तो नहीं है - देश को खोखला कर रहा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने हेतु जरुरी उपाय
देश में 500 व 1000 रुपये के नोट बंद होते ही चाणक्य की नीति याद आ गई -
इसी के साथ राजनीति पर भी याद आया कि-
भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर उर्जित पटेल ने दिनांक 4 सितंबर 2016 को केंद्रीय बैंक के प्रमुख का काम शुरू कर दिया।
गौरतलब है कि उर्जित पटेल को डिप्टी गवर्नर के तौर पर तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर 11 जनवरी 2016 को उन्हें ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-30066105913746587792016-11-14T12:42:00.002+05:302016-11-14T12:44:09.173+05:30 यह कोई साजिश तो नहीं है - देश को खोखला कर रहा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने हेतु जरुरी उपाय
देश में 500 व 1000 रुपये के नोट बंद होते ही चाणक्य की नीति याद आ गई -
इसी के साथ राजनीति पर भी याद आया कि-
भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर उर्जित पटेल ने दिनांक 4 सितंबर 2016 को केंद्रीय बैंक के प्रमुख का काम शुरू कर दिया।
गौरतलब है कि उर्जित पटेल को डिप्टी गवर्नर के तौर पर तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर 11 जनवरी 2016 को उन्हें ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-52257560794538033452016-10-28T11:27:00.002+05:302016-10-28T11:27:49.005+05:30देश को सही रास्ते पर चलाने के लिए - क्या आपतकाल गलत था या सही ?
25 जून 1975 की तपती गर्मी के दौरान अचानक भारतीय राजनीति में भी बेचैनी दिखी।
जय प्रकारश नारायण ने 1971 में रायबरेली में इंदिरा गांधी के हाथों हारने के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय में मामला दाखिल कराया था - जिसमें 14 आरोप लगाये गये
इस मामले में सुनवाई कर रहे जस्टिस जगमोहनलाल सिन्हा ने 2 जून 1975 को इंदिरा गांधी को चुनाव में धांधली करने का दोषी पाया और उन पर छह&ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.comSouthern Asia19.31114335506464 77.34375-9.86318714493536 36.035156 48.48547385506464 118.652344tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-3939569929493078132016-10-28T11:25:00.000+05:302016-10-28T11:25:01.299+05:30जयप्रकाश नारायण ने एेसा क्या किया जो आपातकाल जरुरी हो गया !
जयप्रकाश नारायण ने सम्पूर्ण क्रान्ति का नारा दिया -
क्रान्ति शब्द नया नहीं था, लेकिन ‘सम्पूर्ण क्रान्ति’ नया था।
सम्पूर्ण क्रांति में सात क्रांतियाँ शामिल थी -
राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, बौद्धिक, शैक्षणिक व आध्यात्मिक क्रांति।
एक नारा बनाया गया था -
जात-पात तोड़ दो, तिलक-दहेज छोड़ दो।
समाज ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-88422020948336350592016-10-12T12:29:00.000+05:302016-10-12T12:29:06.271+05:30 भ्रष्टाचार Corruption आैर मंहगाई क्यों बढे सच्चाई
आज की तारीख में देश में आम जनता दो चीजों से बहुत ही ज्यादा बदहाल आैर परेशान है - भ्रष्टाचार Corruption आैर मंहगाई !
भ्रष्टाचार Corruption पर तो लोगों में थोडी जागरुकता आई है परन्तु सरकार चला रहे नेताआें को करप्शन खत्म करने में बिल्कुल भी दिलचस्पी नहीं है।
कौन कहता है की करप्शन खत्म नहीं हो सकता ? बडा करप्शन खत्म हो ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-69241934201564636422016-08-23T11:10:00.002+05:302016-08-23T11:11:31.437+05:30१००० वर्ष पूर्व के प्रजातंत्र का संविधान
निर्वाचन में भाग लेने के लिए जो पात्रताएँ दर्शाई गई हैं वे इस प्रकार हैं -
प्रत्येक उम्मेदवार के पास एक चौथाई वेली (भूमि का क्षेत्र) कृषि भूमि का होना आवश्यक था।
अनिवार्यतः उसके पास स्वयं का घर हो।
आयु ३५ या उससे अधिक परंतु ७० वर्ष से कम हो।
मूल भूत शिक्षा प्राप्त किया हो और वेदों का ज्ञाता हो।
पिछले तीन वर्षों में उस पद पर ना रहा हो। यानि हर बार नया व्यक्ति।।
ऐसे व्यक्ति ग्राम ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-91582507921027118662016-08-23T11:08:00.001+05:302016-08-23T11:12:15.802+05:30लोकतंत्र क्या है
लोकतंत्र जिसका शाब्दिक अर्थ "लोगों का शासन", संस्कृत में लोक, "जनता" तथा तंत्र, "शासन" !
लेकिन मैं अपने देश के लोकतंत्र को निर्वाचित राजशाही कहता हूं। लोकतांत्रिक होने को दावा करना एक फैशन हो गया है।
लोकतंत्र की उदारवादी परंपरा में स्वतंत्रता, समानता, अधिकार, धर्म निरपेक्षता और न्याय जैसी अवधारणाओं का प्रमुख स्थान रहा है।
लोकतंत्र में आवाम अपने शासकों ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-37680904050967432922016-08-14T10:03:00.001+05:302016-08-14T10:03:09.195+05:30भारतीय स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुभकामना व्यक्त करने की परंपरा है क्या यह सही है ?
परन्तु ....
इस अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करने और देश के भविष्य के प्रति आशान्वित होने का कोई विश्वसनीय आधार मुझे कहीं नहीं दिखता । देश की जो निराशाप्रद स्थिति मुझे ओर आमजन को वर्षों से दिखती आ रही है, उसकी ओर मेरा ध्यान इस मौके पर कुछ अधिक ही चला जाता है ।
मुझे लगता है कि आंख मूंदकर खुश होने के बजाय देशवासियों को थोडी गंभीरता से अपनी राजनैतिक उपलब्धियों पर विचार करना चाहिए ।ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-3837735625834903732016-07-14T11:49:00.001+05:302016-07-17T10:52:41.753+05:30क्या हमे 14 अगस्त 1947 कि रात को आजादी मिली थी या सत्ता हस्तांतरण की संधि "Transfer of Power Agreement" का एग्रीमेंट हुआ था।
14 अगस्त 1947 कि रात 12 बजे यानि 15अगस्त1947 को आजादी नहीं मिली थी बल्कि सत्ता हस्तांतरण की संधि "Transfer of Power Agreement" का एग्रीमेंट हुआ था। यह एग्रीमेंट नेहरु और लोर्ड माउन्ट बेटन के बीच में हुआ था। " भारत की आज़ादी का कानून-1947 " ब्रिटेन की संसद द्वारा पास किया गया था, यह अधिनियम 18 जुलाई 1947 को स्वीकृत हुआ। युनाइटेड किंगडमravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-75028573328986523022016-07-14T11:48:00.000+05:302016-07-17T10:53:37.508+05:30आरक्षण अंग्रेजो द्वारा हिन्दुआें को तोडने एंव संकीर्ण राजनीतिक उद्देश्य की प्राप्ति का एक साधन है।
हिन्दुआें की ताकत को तोडने के लिए ब्रिटिश सरकार ने जाति जनगणना करवाई आैर मद्रास प्रेसीडेंसी द्वारा इसे लागू करवाने का प्रयास किया था।
7 अगस्त 1990 हिन्दूआें का काला दिवस जिस दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू करने का आदेश दिया था।
भारत के संविधान में जातियों को संरक्षण या आरक्षण देने की बात कहीं भी नहीं कही गई है, बरहाल अनुसूचित जाति शब्द का प्रयोग ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-65603723635822794612016-07-13T01:08:00.001+05:302016-07-13T01:10:01.009+05:30 इण्डियन नाम कैसे हुआ !
क्रिस्टोफ़र कोलंबस भारत और पूर्वी एशियाई देशों के लिए सीधा समुद्री रास्ता खोजने के नाम पर कैरीबियन द्वीपों के रास्ते अमरीका तक पहुँचा था।
इंडियन (अमेरिका के आदिवासी) कोलंबस की भूल के कारण "इंडियन" नाम से जानता है।
सन् 1493 में लिखे गए अपने एक पत्र में उसने यहाँ के निवासियों का उल्लेख " इंडियोस यानि इंडियन " के रूप में किया था।
अंग्रेज़ इंडियन उस व्यक्ति को कहते ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-87417202561701182102016-07-03T11:44:00.005+05:302016-07-04T10:27:11.572+05:30किस तरह बंटा हिन्दू जातियों में
भारत में जाति सर्वव्यापी तत्व है - सनातन धर्म के कहलाने वालो को आज हिन्दु कहा जाने लगा है। सनातन धर्म ही सब धर्मों का मूल है यानि लगभग सारी प्रेरणा इससे ही ली गई है।
पढे - हिन्दु क्यों कहा जाता है ?
ईसाइयों, मुसलमानों इनमें भी उच्च, निम्न तथा शुद्ध-अशुद्ध जातियों का भेद विद्यमान है।
यहा बात सिर्फ हिन्दू जातियों की इसलिए होती है, क्योंकि हिन्दूस्तान में हिन्दू बहुसंख्यक हैं ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-6486461955894712106.post-7976268028174327512016-06-25T13:09:00.002+05:302016-07-17T10:55:01.327+05:30स्त्री का अधिकार - किसी भी पुरुष से शादी करने की आजादी है
एक लडकी अपने पुरुष मित्र से शादी करना चाहती है परन्तु लडकी के परिवार के लोग शादी की इजाजत नहीं दे रहे है। एेसे में लडकी क्या करे ?
यह बात अगर 1955 से पहले का होता , तो कानून उस लडकी की कम ही मदद कर पाता , लेकिन आज हिंदू मैरिज ऐक्ट 1955 के पारित होने के बाद लडकी को पूरा हक है कि वह दुनिया के किसी भी पुरुष के साथ शादी कर सकती है।
दरअसल , हिंदू मैरिज एक्ट 1955 कानून ravikumarmahajanhttp://www.blogger.com/profile/03447441745497525877noreply@blogger.com0